तमिलनाडु में समुद्र तट पर स्थित इस मंदिर को रामायणकालीन माना जाता है

पूरा मंदिर तकरीबन 15 एकड़ के क्षेत्र में स्थित है, जिसके चारों ओर पत्थर की मजबूत दीवारें हैं

रामेश्वरम मंदिर के भीतर 24 कुएं हैं. लोग इन कुओं को पावन तीर्थ के समान पूजते और इसके जल से स्नन करते हैं

इन कुओं के बारे में मान्यता है कि इन्हें भगवान श्री राम ने अपनी बाण से बनाया था.

चार धाम में से एक रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है

श्री रामेश्वरम में 24  कुंए हैं, इनमें से अब 22 ही शेष हैं।

जो व्यक्ति यहां स्थित भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग पर पूरी श्रद्धा से गंगाजल चढ़ाता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।

बेहद खूबसूरत गलियारे में 108 शिवलिंग और गणपति के दर्शन होते हैं

श्री राम ने रावण से युद्ध करने से पहले विजय की कामना लिए हुए इसी स्थान पर रेत का शिवलिंग बनाकर भगवान शिव की साधना की थी.

माता सीता के द्वारा बनाया और भगवान श्री राम के द्वारा पूजित रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग हैं

आपके आने के लिए नवंबर से फरवरी का महीना सबसे बढ़िया रहेगा, क्योंकि इस दौरान न यहां पर ठंड पड़ती है और न ही गर्मी.