फिर से आचूका है जान लेने
इन्फ्लुएंजा
who का कहना है की वायरस का संक्रमण जानलेवा भी साबित हो सकता है इसलिए इस बीमारी के लक्षण की तुरंत पहचान करना जरुरी है
who के मुताबिक 7 जून को ढाई साल की एक बच्ची में H5N1 बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई और उसे ऑस्ट्रेलिया में आईसीयु में भर्ती कराया गया।
ये बीमारी वायरस से पीड़ित पक्षी के संपर्क में आने से और उसके मल के संपर्क में आने से फैलती है।
मनुष्यो में वायरस संक्रमण का निदान एंटीवायरल दवाओं से किया जाता है।
बीमारी से बचाव करने के लिए पोट्री फार्म से दूर रहे, अगर जाना है तो आप अपने नाक ,कण,और आंख पूरी तरह कवर करके जाये
स्वास्थ निकास ने कहा की वायरस के कारन पश्चिम बंगाल में चार साल के बचे में इस संक्रमण का पता चला।