134 साल तक चलीराम मंदिर की कानूनी लड़ाई9 नवंबर 2019 को सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से खत्म हुई।

राम मंदिर 1000 साल तक सुरक्षित रहेगा,इसमें 8 तीव्रता वाला भूकंप झेलने की क्षमता है

साल1526 के बाद बाबर के सेनापति मीर बाकी ने राम जन्मभूमि पर बने प्राचीन मंदिर को

अयोध्या के बारे में लोग सबसे ज्यादा सर्च कर रहे हैं. यह आंकड़ा 585 फीसदी तक बढ़ चुका है.

ये पहला कानूनी दस्तावेज है जिसमें परिसर के अंदर राम के प्रतीक होने के प्रमाण हैं।

जज ने फैसला सुनाया कि वहां हिंदुओं को पूजा-अर्चना का अधिकार है,

 इस शिलालेख में लिखा है यह मंदिर उस विष्णु को समर्पित है, जिसने 10 सिर वाले को मारा है और जिन्होंने बाली का वध किया यानी कि राम। 

अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को श्री राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी।

अयोध्या में 108  फिट की अगरबत्ती बॉम्बे से आनेवाली है।

की 22 जनवरी के दस दिन पहले से यहां विश्व का सबसे बड़ा दीपक जलाया जाएगा।

550 वर्ष की प्रतीक्षा के बाद, अयोध्या लौटाये है मर्यादा पुरुषोत्तम राम!